
सांकेतिक तस्वीर
एचआरडी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘रिक्तियां कम होने वाली हैं और इसे भरना एक निरंतर प्रक्रिया है.
एचआरडी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘रिक्तियां कम होने वाली हैं और इसे भरना एक निरंतर प्रक्रिया है. सेवानिवृत्ति, इस्तीफे और छात्रों की बढ़ती संख्या के कारण अतिरिक्त आवश्यकताओं के चलते रिक्तियां होती रहती हैं.’
अधिकारी ने बताया कि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित ना हो यह सुनिश्चित करने के लिए संकाय की कमी से निपटने के वास्ते संस्थान विभिन्न उपाय कर रहे हैं और इसमें अन्य बातों के साथ शोधार्थियों, अनुबंधित, फिर से नौकरी पाने वाले, सहायक और आमंत्रित सदस्यों की सहायता ली जाती है. संस्थान संकाय को आकर्षित करने के लिए साल भर का विज्ञापन भी प्रकाशित करती है.
पीएम मोदी ने IIT-बॉम्बे के छात्रों को दिए सफलता के ये 10 मंत्रइन संस्थानों के अलावा, कई सारे भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) में 324 पद खाली है. प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर स्कूल में 96, भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बेंगलूरू में 88, भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआरएस) में 100 पद खाली हैं.
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