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श्रीनगर22 मिनट पहलेलेखक: मुदस्सिर कुल्लू
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- भाजपा की बी टीम अपनी पार्टी ने श्रीनगर समेत दो, तो पीपुल्स कांफ्रेंस का 3 जिलों पर कब्जा
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में गत नवंबर-दिसंबर में ह़ुए पहले जिला विकास परिषद चुनाव में पीपुल्स एलायंस ऑफ गुपकार (पीएजीओ) को झटका लगा है। 20 जिलों में हुए इस चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी ने पीएजीओ के बैनर तले चुनाव लड़ा। एलायंस ने इन 280 सीटों में से 110 सीटें जीती थीं।
वहीं, भाजपा को 75 और कांग्रेस को महज 26 सीटें ही हासिल हुई थीं। ज्यादा सीटें जीतने के हिसाब से गुपकार को उम्मीद थी कि वह कांग्रेस के सहयोग से 13 चेयरमैन बना लेगा, लेकिन वह 5 ही चेयरमैन बना सका। कांग्रेस तो एक भी चेयरमैन नहीं बना सकी। दूसरी ओर, भाजपा ने जम्मू क्षेत्र की 6 जिला परिषद में अपने चेयरमैन बनवा लिए। पुंछ जिले में एक निर्दलीय चेयरमैन बनने में सफल रहा। अब तीन जिलों किश्तवाड़, राजौरी और रामबन में चेयरमैन चुना जाना बाकी है।
गुपकार के टिकट पर जीते लोग अपनी पार्टी में चले गए, पीपुल्स कांफ्रेंस पड़ी भारी
प्रत्येक जिला परिषद में 14 सदस्यों को मतदान के जरिए चुना गया है। इन्हीं ने चेयरमैन व वाइस चेयरमैन के चुनाव में हिस्सा लिया। इनके चुनाव 4 चरणों में कराए गए। गुपकार का खेल बिगड़ने के खेल के केंद्र में अल्ताफ बुखारी का दल जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी रही, जिसने भाजपा की बी टीम की भूमिका निभाई।
शोपियां में गुपकार ने सात सीटें जीतीं थी, लेकिन उसके जीते दो प्रत्याशी अपनी पार्टी में चले गए। रही कसर दो निर्दलियों के गठबंधन के खिलाफ जाने से पूरी हो गई। श्रीनगर में भी अपनी पार्टी ने गच्चा दिया। ऐसे ही समीकरणों में पीपुल्स कांफ्रेंस ने बडगाम, बारामुला और कुपवाड़ा में गुपकार को मात दी।
आरोप: नेशनल कांफ्रेंस ने कहा- हॉर्स ट्रेडिंग की गई, सदस्यों को डरा-धमकाकर बनवाए गए चेयरमैन
नेशनल कांफ्रेंस नेता और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि डीडीसी चेयरमैन चुनने में धन बल, बाहुबल के साथ डराने-धमकाने का खेल चला है। मैं इस मुद्दे को संसद में भी उठा चुका हूं। इस बारे में राज्य के मुख्य चुनाव आयुक्त से भी शिकायत की है।
नजरबंदी लौटी: उमर बोले- मुझे, फारूक को घर में किया कैद, महबूबा को भी बंद
जम्मू-कश्मीर के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला, फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को फिर नजरबंद कर दिया गया है। उमर ने रविवार को सोशल मीडिया पर लिखा, ‘यह अगस्त 2019 के बाद नया जम्मू कश्मीर है। हमें बिना कोई कारण बताए, हमारे घरों में बंद कर दिया गया है। इससे बुरा और क्या हो सकता है कि उन्होंने मुझे और मेरे पिता को हमारे घर में बंद कर दिया हैै।’ उन्होंने तस्वीरें भी साझा की, जिसमे शहर के गुपकार इलाके में उनके आवास के मुख्य द्वार के बाहर पुलिस की गाड़ियां खड़ी दिख रही हैं।