
संगठन ने हालांकि टीके को लेकर विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी है. सांकेतिक फोटो (Pixabay)
Covid-19 Vaccine: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि इस साल के अंत में कोरोना वायरस के खिलाफ टीका तैयार हो सकता है. डब्लूएचओ प्रमुख ने सभी नेताओं द्वारा एकजुटता और राजनीतिक प्रतिबद्धता का आह्वान किया कि वे टीकों के उपलब्ध होने पर उनका समान वितरण सुनिश्चित करें.
यूरोपीय संघ के स्वास्थ्य नियामक ने अमेरिकी ड्रगमेकर फाइजर और जर्मनी के बायोएनटेक द्वारा विकसित एक कोविड -19 वैक्सीन की रीयल टाइम रीव्यू की शुरुआत की है, यह घोषणा मंगलवार को प्रतिद्वंद्वी एस्ट्राजेना के जैब के लिए इसी तरह की घोषणा के बाद की गई. यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) द्वारा घोषणा से ब्लॉक में एक सफल वैक्सीन को मंजूरी देने की प्रक्रिया में तेजी आ सकती है.
ये भी पढ़ें- बॉर्डर पर रोके जाने के बाद राहुल गांधी को मिली हरियाणा जाने की इजाजत
नौ टीके पाइपलाइन मेंडब्ल्यूएचओ की अगुवाई वाली कोवैक्स ग्लोबल वैक्सीन (Covax Global Vaccine) सुविधा की नौ प्रायोगिक टीके पाइपलाइन में हैं, जिसका उद्देश्य 2021 के अंत तक 2 बिलियन खुराक वितरित करना है. अब तक कुछ 168 देश कोवैक्स सुविधा में शामिल हो चुके हैं, लेकिन न तो इसमें चीन, न संयुक्त राज्य अमेरिका और न ही रूस शामिल हैं. ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि यह वैक्सीन निर्माताओं से आपूर्ति को सुरक्षित रखने के लिए द्विपक्षीय सौदों पर निर्भर है.
डब्लूएचओ प्रमुख ने कहा “विशेष रूप से टीके और अन्य उत्पादों के लिए जो पाइपलाइन में हैं, वह हमारे नेताओं से राजनीतिक प्रतिबद्धता है विशेष रूप से टीकों के समान वितरण में सबसे महत्वपूर्ण उपकरण हैं.” उन्होंने कहा, “हमें एक-दूसरे की जरूरत है, हमें एकजुटता की जरूरत है और हमें वायरस से लड़ने के लिए सभी ऊर्जा का उपयोग करने की जरूरत है.”
ये भी पढे़ं- N95 फेस मास्क को लेकर सरकार का बड़ा फैसला, पूरी तरह से हटाई निर्यात पाबंदी
दस में से एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव
इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन में आपातकालीन सेवाओं के प्रमुख ने कहा था कि विश्व भर में प्रत्येक दस में से एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है. कोविड-19 पर सोमवार को हुई 34 सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड की बैठक में डॉ माइकल रायन ने कहा कि शहरी और ग्रामीण इलाकों में संख्या में परिवर्तन हो सकता है लेकिन अंततः इसका अर्थ यही है कि “विश्व की बड़ी आबादी खतरे में है.”
विशेषज्ञ पहले से ही कहते रहे हैं कि संक्रमण के जितने मामलों की संख्या बताई जा रही है वास्तव में उससे अधिक लोग संक्रमण का शिकार हैं